न्यूटन का तीसरा गति नियम ( Newton’s Third Law of Motion ) एक प्रमुख भौतिकी का सिद्धांत है जो बलों के आदान-प्रदान के सिद्धांत को स्पष्ट करता है। इसे सरल शब्दों में इस प्रकार समझा जा सकता है: “हर क्रिया का समान और विपरीत प्रतिक्रिया होती है।
यानी, जब एक वस्तु दूसरी वस्तु पर बल डालती है, तो दूसरी वस्तु पहले पर उतना ही बल विपरीत दिशा में डालती है। यह सिद्धांत न्यूटन का तीसरा गति नियम ( Newton’s Third Law of Motion ) के अंतर्गत आता है और भौतिकी के अध्ययन में अत्यधिक महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह हमें बलों के आदान-प्रदान के बारे में जानकारी देता है।

Newton’s Third Law of Motion (न्यूटन का तीसरा गति नियम) के अनुसार, क्रिया और प्रतिक्रिया बल हमेशा समान होते हैं, लेकिन उनकी दिशा विपरीत होती है। उदाहरण के तौर पर, यदि आप एक दीवार को धक्का देते हैं, तो दीवार भी आपको उतना ही धक्का देती है, लेकिन विपरीत दिशा में। यही न्यूटन का तीसरा गति नियम ( Newton’s Third Law of Motion ) का असल सिद्धांत है, जो बलों के बीच संबंध को स्पष्ट करता है।
न्यूटन का पहला गति नियम (Newton’s First Law in Hindi with Example):
यह नियम कहता है कि “कोई भी वस्तु तब तक स्थिर रहती है या समान गति से चलती रहती है, जब तक उस पर कोई बाहरी बल कार्य नहीं करता।”
उदाहरण:
यदि आप एक गेंद को फर्श पर लुढ़काते हैं, तो वह तब तक चलती रहेगी जब तक कि घर्षण या किसी अन्य बाहरी बल से उसकी गति रुक नहीं जाती।
न्यूटन का दूसरा गति नियम (Newton’s Second Law in Hindi):
यह नियम बताता है कि “किसी वस्तु का त्वरण (Acceleration) उस पर लगाए गए बल (Force) के सीधे अनुपात में होता है और वस्तु के द्रव्यमान (Mass) के व्युत्क्रमानुपाती होता है।” इसे सूत्र के रूप में लिखा जाता है:
F=m×a
जहां F बल है, m द्रव्यमान है, और a त्वरण है।
उदाहरण:
अगर आप एक हल्की और भारी गाड़ी को समान बल से धक्का देते हैं, तो हल्की गाड़ी तेज गति से आगे बढ़ेगी, क्योंकि उसका द्रव्यमान कम है।
न्यूटन का तीसरा गति नियम ( Newton’s Third Law of Motion ) का कथन

न्यूटन का तीसरा गति नियम ( Newton’s Third Law of Motion ) के अनुसार, “For every action, there is an equal and opposite reaction.” इसका मतलब है कि हर क्रिया (action) का एक समान और विपरीत प्रतिक्रिया (reaction) होती है।
यानि, जब एक वस्तु दूसरी वस्तु पर बल डालती है, तो दूसरी वस्तु पहली पर उतना ही बल विपरीत दिशा में डालती है। यही सिद्धांत न्यूटन का तीसरा गति नियम ( Newton’s Third Law of Motion ) को परिभाषित करता है और यह हमें बलों के बीच परस्पर संबंध को समझने में मदद करता है।
न्यूटन का तीसरा गति नियम ( Newton’s Third Law of Motion ) के अनुसार, क्रिया और प्रतिक्रिया दोनों बल एक दूसरे के समान होते हैं, लेकिन उनकी दिशा हमेशा विपरीत होती है। यह सिद्धांत भौतिकी के हर क्षेत्र में लागू होता है और हमारी दैनिक गतिविधियों में इसका प्रभाव स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।
क्रिया बल ( Action Force ) और प्रतिक्रिया बल ( Reaction Force ) को समझना (Understanding Action and Reaction Forces)

न्यूटन का तीसरा गति नियम ( Newton’s Third Law of Motion ) के अनुसार, Action Force (क्रिया बल) और Reaction Force (प्रतिक्रिया बल) का परस्पर संबंध होता है।
इस प्रकार, न्यूटन का तीसरा गति नियम ( Newton’s Third Law of Motion ) के अनुसार, हर क्रिया (Action) का एक समान और विपरीत प्रतिक्रिया (Reaction) होता है, जो इस सिद्धांत का मूल आधार है।
न्यूटन का तीसरा गति नियम ( Newton’s Third Law of Motion ) के प्रकार

न्यूटन का तीसरा गति नियम ( Newton’s Third Law of Motion ) के अनुसार, बलों के प्रकार विभिन्न परिस्थितियों में भिन्न हो सकते हैं। निम्नलिखित प्रकार के बल इस सिद्धांत के अंतर्गत आते हैं:
न्यूटन का तीसरा गति नियम ( Newton’s Third Law of Motion ) के अनुप्रयोग

न्यूटन का तीसरा गति नियम ( Newton’s Third Law of Motion ) के अनुप्रयोग हमारे रोजमर्रा के जीवन में देखने को मिलते हैं। इस सिद्धांत का असर विभिन्न प्रकार के भौतिक घटनाओं में होता है।
न्यूटन का तीसरा गति नियम ( Newton’s Third Law of Motion ) हमारे हर क्रियाकलाप में एक समान और विपरीत बलों के आदान-प्रदान को स्पष्ट करता है।
न्यूटन का तीसरा गति नियम ( Newton’s Third Law of Motion ) का सिद्धांत और इसका महत्व
न्यूटन का तीसरा गति नियम ( Newton’s Third Law of Motion ) भौतिकी में बलों और गति की समझ को स्पष्ट करता है। यह सिद्धांत हमें यह बताता है कि हर क्रिया का एक समान और विपरीत प्रतिक्रिया होती है। जब एक वस्तु दूसरी वस्तु पर बल डालती है, तो दूसरी वस्तु पहले पर उतना ही बल विपरीत दिशा में डालती है।
न्यूटन का तीसरा गति नियम ( Newton’s Third Law of Motion ) का यह सिद्धांत वैज्ञानिकों को विभिन्न यांत्रिक क्रियाओं और बलों के आदान-प्रदान को समझने में मदद करता है।
यह सिद्धांत गतिशीलता (momentum) और संरक्षण के सिद्धांतों से जुड़ा है, जैसे कि ‘कुल संवेग का संरक्षण’। न्यूटन का तीसरा गति नियम ( Newton’s Third Law of Motion ) यह स्पष्ट करता है कि अगर एक वस्तु पर बल डाला जाता है, तो दूसरी वस्तु उस पर समान और विपरीत बल डालती है, जो कुल संवेग के संरक्षण में मदद करता है। यह सिद्धांत गति के नियमों का पालन करने के लिए महत्वपूर्ण है और यांत्रिकी के क्षेत्र में इसकी अहम भूमिका है।
बिना न्यूटन का तीसरा गति नियम ( Newton’s Third Law of Motion ) के, हम किसी भी प्रकार के यांत्रिक क्रियाओं का सही तरीके से विश्लेषण नहीं कर सकते थे। यह सिद्धांत हर प्रकार के बलों के आदान-प्रदान के बारे में समझ प्रदान करता है, जो हमें विभिन्न भौतिक घटनाओं और उपकरणों के कार्य करने के तरीके को समझने में मदद करता है।
अन्य गति के नियमों से न्यूटन का तीसरा गति नियम ( Newton’s Third Law of Motion ) का संबंध
न्यूटन का तीसरा गति नियम ( Newton’s Third Law of Motion ) अन्य गति के नियमों से भी जुड़ा हुआ है, जो हमें बलों और गति के संबंध को समझने में मदद करते हैं।
इन दोनों नियमों के साथ, न्यूटन का तीसरा गति नियम ( Newton’s Third Law of Motion )भौतिकी के अन्य सिद्धांतों को समझने और लागू करने के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करता है।
न्यूटन का तीसरा गति नियम ( Newton’s Third Law of Motion ) का प्रयोगात्मक सत्यापन
न्यूटन का तीसरा गति नियम ( Newton’s Third Law of Motion ) को हम कई वास्तविक जीवन स्थितियों में देख सकते हैं, जो इस सिद्धांत को सत्यापित करते हैं:
फायरिंग रेंज (Firing Range):

जब गन से गोली निकलती है, तो गन में एक रेकॉयल उत्पन्न होता है। यह न्यूटन का तीसरा गति नियम ( Newton’s Third Law of Motion ) का स्पष्ट उदाहरण है, जिसमें गन द्वारा गोली को बाहर की दिशा में धकेलने पर गन को विपरीत दिशा में धक्का लगता है। यह क्रिया और प्रतिक्रिया के सिद्धांत को सिद्ध करता है।
स्प्रिंग बैलेंस (Spring Balance):
जब किसी वस्तु को स्प्रिंग बैलेंस से खींचा जाता है, तो स्प्रिंग पर उतना ही बल होता है जितना वस्तु उस पर डालती है। न्यूटन का तीसरा गति नियम ( Newton’s Third Law of Motion ) के अनुसार, इस स्थिति में बलों का आदान-प्रदान बराबरी और विपरीत दिशा में होता है। जब वस्तु स्प्रिंग पर खिंचाव डालती है, तो स्प्रिंग भी समान और विपरीत बल डालता है।
न्यूटन का तीसरा गति नियम ( Newton’s Third Law of Motion ) के बारे में गलतफहमियाँ
न्यूटन का तीसरा गति नियम ( Newton’s Third Law of Motion ) के बारे में कई बार गलतफहमियाँ उत्पन्न होती हैं, जो इसके सही समझने में रुकावट डालती हैं:
- गलतफहमी 1: यह कानून केवल स्थिर वस्तुओं पर लागू होता है। (सत्य: न्यूटन का तीसरा गति नियम ( Newton’s Third Law of Motion ) गतिमान वस्तुओं पर भी लागू होता है।)
- यह सिद्धांत किसी भी प्रकार की वस्तु पर लागू होता है, चाहे वह स्थिर हो या गति में हो। बलों का आदान-प्रदान हमेशा होता है, चाहे वस्तु चल रही हो या नहीं।
- गलतफहमी 2: क्रिया और प्रतिक्रिया बल हमेशा एक ही दिशा में होते हैं। (सत्य: यह हमेशा विपरीत दिशाओं में होते हैं।)
- न्यूटन का तीसरा गति नियम ( Newton’s Third Law of Motion ) कहता है कि क्रिया और प्रतिक्रिया बल हमेशा विपरीत दिशाओं में होते हैं, न कि एक ही दिशा में। यह बलों के आदान-प्रदान का एक महत्वपूर्ण पहलू है।
इस प्रकार, न्यूटन का तीसरा गति नियम ( Newton’s Third Law of Motion ) एक सशक्त सिद्धांत है जो भौतिकी की कई अवधारणाओं और प्रयोगों को समझने में मदद करता है।
न्यूटन के तीसरे गति नियम ( Newton’s Third Law of Motion ) से जुड़े महत्वपूर्ण FAQs
न्यूटन का तीसरा गति नियम क्या है?
न्यूटन का तीसरा गति नियम कहता है कि “प्रत्येक क्रिया के लिए एक समान और विपरीत प्रतिक्रिया होती है।” इसका मतलब है कि जब एक वस्तु दूसरी पर बल डालती है, तो दूसरी वस्तु पहले पर उतना ही बल विपरीत दिशा में डालती है।
न्यूटन के तीसरे गति नियम का उदाहरण क्या है?
जब आप दीवार पर हाथ से धक्का देते हैं, तो दीवार भी आपको उतना ही बल देती है, लेकिन विपरीत दिशा में। यह न्यूटन के तीसरे गति नियम का उदाहरण है। इसी तरह, तैराक जब पूल की दीवार पर अपने पैरों से धक्का देता है, तो वह अपनी गति को विपरीत दिशा में बढ़ाता है।
न्यूटन का तीसरा गति नियम किसे लागू होता है?
न्यूटन का तीसरा गति नियम सभी प्रकार की वस्तुओं और उनके बीच के संपर्कों पर लागू होता है, चाहे वे स्थिर हों या गति कर रहे हों। यह सिद्धांत गतिशील और स्थिर वस्तुओं दोनों पर लागू होता है।
न्यूटन के तीसरे गति नियम का उपयोग कहां होता है?
न्यूटन का तीसरा गति नियम रॉकेट प्रणोदन, तैराकी, हवा में उड़ने वाले विमान, गन के रेकॉयल, आदि में उपयोग होता है। उदाहरण के लिए, जब रॉकेट अपना ईंधन पीछे की दिशा में विस्फोट करता है, तो रॉकेट को आगे की दिशा में गति मिलती है।
क्या न्यूटन के तीसरे गति नियम से संबंधित कोई सामान्य गलतफहमी है?
हाँ, एक सामान्य गलतफहमी यह है कि यह नियम केवल स्थिर वस्तुओं पर लागू होता है, जबकि यह नियम गतिमान वस्तुओं पर भी लागू होता है। एक और गलतफहमी यह है कि क्रिया और प्रतिक्रिया बल हमेशा एक ही दिशा में होते हैं, जबकि ये हमेशा विपरीत दिशाओं में होते हैं।
क्या न्यूटन का तीसरा गति नियम सिर्फ पृथ्वी पर ही लागू होता है?
नहीं, यह नियम केवल पृथ्वी पर नहीं, बल्कि ब्रह्मांड के किसी भी स्थान पर लागू होता है, चाहे वह अंतरिक्ष हो या पृथ्वी।
न्यूटन के तीसरे गति नियम ( Newton’s Third Law of Motion ) का सारांश और निष्कर्ष
न्यूटन का तीसरा गति नियम ( Newton’s Third Law of Motion ) भौतिकी का एक महत्वपूर्ण सिद्धांत है जो हमारी दैनिक जीवन की घटनाओं को समझने में मदद करता है। यह सिद्धांत बताता है कि प्रत्येक क्रिया का एक समान और विपरीत प्रतिक्रिया होती है, जो हमारे आस-पास की वस्तुओं और घटनाओं को व्याख्यायित करता है।
न्यूटन का तीसरा गति नियम ( Newton’s Third Law of Motion ) के अनुप्रयोग हमारे रोजमर्रा के जीवन और वैज्ञानिक दृष्टिकोण में व्यापक हैं। उदाहरण के तौर पर, रॉकेट प्रणोदन, वॉकिंग, और गन के रेकॉयल में इसका स्पष्ट प्रभाव देखा जा सकता है। यह सिद्धांत अन्य गति के नियमों के साथ मिलकर सिद्धांतों को मजबूत करता है और गति की दुनिया को समझने में सहायता प्रदान करता है।
इस प्रकार, न्यूटन का तीसरा गति नियम ( Newton’s Third Law of Motion ) न केवल भौतिकी के क्षेत्र में बल्कि हमारे रोज़मर्रा के जीवन में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।